नई शिक्षा नीति का नया प्रावधान

चार वर्षीय स्नातक  (4-Year UG Course) के बाद अब छात्र बिना मास्टर्स किए सीधे पीएचडी कर सकेंगे।

मुख्य शर्त क्या है? 👉 छात्रों के पास कम से कम 75% अंक होने चाहिए। 👉 आरक्षित वर्ग (SC, ST, OBC, EWS, दिव्यांग) को 5% अंकों की छूट मिलेगी।

नई नीति के तहत बदलाव 📖 चार वर्षीय स्नातक कोर्स में अब “रिसर्च प्रोजेक्ट” जोड़ा गया है। यह छात्रों को PhD के लिए तैयार करेगा।

कैसे मिलेगा PhD में प्रवेश? 🔹 4 वर्षीय स्नातक कोर्स पूरा करने के बाद 🔹 आवश्यक ग्रेड प्राप्त करने पर 🔹 छात्र सीधे विश्वविद्यालयों में PhD के लिए आवेदन कर सकेंगे।

विशेषज्ञों की राय 📢 शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव ➡️ समय की बचत करेगा ➡️ रिसर्च क्वालिटी को बढ़ाएगा ➡️ युवाओं को जल्दी उच्च शिक्षा में लाएगा

छात्रों के लिए बड़ा मौका 🎓 अब मास्टर्स करने की बाध्यता खत्म 📚 रिसर्च में रुचि रखने वालों के लिए सुनहरा अवसर 💥 भारत की शिक्षा प्रणाली में ऐतिहासिक सुधार

नई शिक्षा नीति ने छात्रों के लिए रास्ते खोले हैं 🟢 अब ग्रेजुएशन के बाद ही PhD का सपना होगा पूरा!