कैसे करें बिहार दारोगा की तैयारी- की एक सिट आपका हो- समझे विस्तार से:-बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (BPSSC) द्वारा आयोजित बिहार दारोगा (Sub Inspector) भर्ती परीक्षा के लिए अधिकांश अभ्यर्थी ऑनलाइन फॉर्म भर चुके हैं। अब उम्मीदवारों के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि एग्जाम कब होगा और अब तैयारी कैसे की जाए।
विश्वसनीय सूत्रों और पिछले वर्षों के परीक्षा ट्रेंड को देखें तो यह पूरी संभावना है कि प्रारंभिक परीक्षा जनवरी 2026 में आयोजित की जाएगी। यानी अब अभ्यर्थियों के पास सीमित लेकिन निर्णायक समय बचा हुआ है।
इस लेख में हम समझेंगे:-
- एग्जाम से जुड़ी मौजूदा स्थिति
- पूरा परीक्षा पैटर्न
- और सबसे महत्वपूर्ण — अब बचे हुए महीनों में तैयारी कैसे करें कि चयन पक्का हो
बिहार दारोगा परीक्षा की मौजूदा स्थिति (Exam Update)
- ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है
- अभ्यर्थी अब एग्जाम डेट का इंतजार कर रहे हैं
- पिछली भर्तियों के अनुसार, नोटिफिकेशन के 2–3 महीने के भीतर परीक्षा कराई जाती है
इस आधार पर जनवरी में प्रीलिम्स परीक्षा होने की प्रबल संभावना है।
अब यह समय “नई किताबें खरीदने” का नहीं,
बल्कि जो पढ़ा है उसे सटीक तरीके से दोहराने और टेस्ट में बदलने का समय है।
बिहार दारोगा परीक्षा का पूरा पैटर्न (Selection Process)
चरण–1: प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
- प्रश्न: 100
- अंक: 200
- समय: 2 घंटे
- नेगेटिव मार्किंग: 0.2 अंक
विषय
- सामान्य ज्ञान व करंट अफेयर्स
- सामान्य अध्ययन
- सामान्य विज्ञान
- गणित
- मानसिक योग्यता
Prelims केवल क्वालिफाइंग है, लेकिन यहीं से 70% उम्मीदवार बाहर हो जाते हैं।
चरण–2: मुख्य परीक्षा (Mains)
पेपर–1: सामान्य हिंदी
- 100 अंक
- क्वालिफाइंग (30% अनिवार्य)
पेपर–2:–
- सामान्य अध्ययन
- गणित
- विज्ञान
- तर्क शक्ति
- 200 अंक (यहीं मेरिट बनती है)
चरण–3: शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET)
- दौड़
- गोला फेंक
- ऊँची कूद
इसमें अंक नहीं, लेकिन असफल होने पर सीधा बाहर।
अब बचे हुए महीनों में तैयारी कैसे करें (Realistic Strategy)
मान लीजिए आपके पास 2–3 महीने हैं। अब तैयारी को तीन चरणों में बाँटना सबसे सही रहेगा।
चरण–1: सिलेबस कवर + कॉन्सेप्ट क्लियर (पहला महीना)
रोज़ का न्यूनतम स्टडी टाइम: 6–7 घंटे
विषयवार फोकस
- गणित: प्रतिशत, औसत, समय-काम, अनुपात
- GK/GS: बिहार विशेष + स्टैटिक टॉपिक्स
- विज्ञान: NCERT (6–10)
- रीजनिंग: बेसिक प्रश्न रोज़
- हिंदी: व्याकरण + अभ्यास
लक्ष्य:- पूरा सिलेबस एक बार मजबूत तरीके से खत्म करना
चरण–2: रिवीजन + MCQ प्रैक्टिस (दूसरा महीना)
अब पढ़ाई कम, प्रैक्टिस ज्यादा होगी।
- रोज़ 100–150 MCQ
- हर विषय का साप्ताहिक रिवीजन
- गलत प्रश्नों की अलग कॉपी
- बिहार GK और करंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान
इस चरण में आपको खुद समझ आने लगेगा कि
किस विषय में आप कमजोर हैं।
चरण–3: मॉक टेस्ट + स्पीड (आखिरी 20–25 दिन)
- हर हफ्ते 2–3 फुल मॉक टेस्ट
- समय प्रबंधन पर फोकस
- नेगेटिव मार्किंग से बचने की आदत
- सिर्फ वही पढ़ें जो पहले पढ़ चुके हैं
नई किताब / नया टॉपिक अब न छुएँ।
Physical की तैयारी अभी से क्यों जरूरी है
बहुत से अभ्यर्थी सोचते हैं कि:
“पहले लिखित निकाल लें, फिर फिजिकल देखेंगे”
यही सबसे बड़ी गलती है।
- रोज़ 20–30 मिनट दौड़
- सप्ताह में 2 दिन फील्ड प्रैक्टिस
- शरीर को परीक्षा के अनुकूल बनाना जरूरी
किन बातों का विशेष ध्यान रखें
- रोज़ रिवीजन
- मॉक टेस्ट से डरें नहीं
- सोशल मीडिया लिमिट करें
- एक ही रणनीति पर टिके रहें
दारोगा की तैयारी भी पुलिस की नौकरी जैसी है —
अनुशासन, धैर्य और निरंतरता।
निष्कर्ष
अब जब:-
- फॉर्म भर चुका है
- जनवरी में परीक्षा की संभावना है
- समय सीमित है
तो आपको भावना नहीं, योजना से पढ़ना होगा।
अगर आप सही रणनीति के साथ अब बचे हुए महीनों का 100% उपयोग करते हैं, तो बिहार दारोगा की सीट आपके नाम हो सकती है।
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