बदल गया स्नातक का सिलेबस | Bihar university Graduation Syllabus 2024-28

बदल गया स्नातक का सिलेबस | Bihar university Graduation Syllabus 2024-28

Bihar university Graduation Syllabus 2024-28- बिहार के विश्वविद्यालयों से स्नातक करने के लिए अब जनरल नॉलेज दुरुस्त – होना भी जरूरी होगा। नए कोर्स में एडमिशन के लिए प्रस्तावित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में 40 सवाल जनरल नॉलेज के भी रहेंगे। बीआरए बिहार विवि सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में पिछले साल से ही 4 वर्षीय स्नातक कोर्स सीबीसीएस यानी च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के साथ यह लागू हो गया है।

नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप इस कोर्स का स्ट्रक्चर तैयार किया गया है। इसमें मुख्य विषयों के साथ ही वोकेशनल कोर्स को भी जोड़ा गया है। वहीं, राजभवन से स्वीकृत रेगुलेशन में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट कराने का सुझाव दिया गया है। कहा गया है कि 100 अंक के 100 ऑब्जेक्टिव सवाल एंट्रेंस टेस्ट में पूछे जाएंगे। इसमें 40 सवाल जनरल नॉलेज से होंगे। वहीं, दूसरे हिस्से में 60 सवाल ह्यूमिनिटीज, सोशल साइंस, साइंस और कॉमर्स फैकल्टी के मेजर सब्जेक्ट से रहेंगे

स्नातक में एडमिशन के लिए शैक्षिक योग्यता प्लस टू है। ऐसे में अब प्लस टू स्तर से ही बच्चों को अपने कोर्स के साथ जनरल नॉलेज पर फोकस करना होगा। अब तक जिन बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी होती है, वे ही जनरल नॉलेज की तैयारी प्लस टू से ही शुरू कर देते हैं। जिन्हें ग्रेजुएशन करना होता है, वे सिलेबस पर ही सीमित रहते हैं। लेकिन, नई व्यवस्था प्रभावी होने के बाद पढ़ाई का पैटर्न बदलना होगा।

4 वर्षीय स्नातक कोर्स में लगातार दूसरे साल विश्वविद्यालयों ने अपने स्तर से मेरिट के आधार पर ही एडमिशन लिया। कोर्स के रेगुलेशन में जिक्र होने के बाद भी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट को लेकर न तो राजभवन की ओर से कोई निर्देश जारी किया गया, न ही यूनिवर्सिटी को याद आई

नतीजा, सेंट्रलाइज्ड आवेदन लेकर मेरिट के आधार पर कॉलेज आवंटित किया गया। यानी जिस तरीके से पिछले साल एडमिशन हुआ, उसी तरह इस साल भी हुआ। बीआरएबीयू में स्थिति यह रही कि मेरिट लिस्ट से सीट नहीं भरे, तो स्पॉट एडमिशन के लिए करीब महीनेभर का समय देना पड़ा

बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में सत्र 2023-24 से 4 वर्षीय स्नातक कोर्स लागू है। पिछले साल मई के दूसरे पखवारे में राजभवन ने नए कोर्स के लिए ऑर्डिनेंस व रेगुलेशन जारी किया था। राजभवन से जारी नोटिफिकेशन में विश्वविद्यालयों को केवल उसी सत्र, यानी 2023-24 में एडमिशन अपने स्तर से करने की छूट दी गई थी। नोटिफिकेशन में स्पष्ट कहा गया था कि अगले सत्र से कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से ही स्नातक में एडमिशन लिए जाएंगे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह टेस्ट राज्य स्तर पर कराया जाएगा या विश्वविद्यालय स्तर पर।

च्च्वईश बेस्ड क्रेडिट सिस्टम एक शैक्षिणिक मॉडल है जो स्टूडेंट को अपनी पसंद से पाठ्यक्रम और आप कौन सा विषय पढना चाहते है ये चुनने का आजादी देता है. इस सिस्टम में आप अपनी पसंद से विषयों का चयन कर सकते है. जैसे की आप अपने द्वरा इसमें कोर विषय, वैकल्पिक विषय, खेल या वैश्विक येक्छिक विषय और कौशल आधारित पाठ्यक्रम अपनी मर्जी से चुन सकते है,

वर्षप्रथम वर्षद्वितीय वर्षतृतीय वर्षचौथे वर्ष
सेमेस्टर1 और 2 सेमेस्टर3,4 सेमेस्टर5,6 सेमेस्टर7,8 सेमेस्टर
क्रेडिट40 क्रेडिट80 क्रेडिट120 क्रेडिट160 क्रेडिट
डिग्रीयूजी सर्टिफिकेट (बशर्ते 4 क्रेडिट का एक वोकेशनल कोर्स करेंयूजी डिप्लोमायूजी डिग्रीऑनर्स विद रिसर्च डिग्री
  • नोट- 3 वर्षों में विधार्थी कभी भी पढाई छोड़ सकते है और फिर कोर्स पूरा करने के लिए अगले 3 साल में नामांकन जरुरी |
  • कोई छात्र इतिहास के साथ फिजिक्स भी ले सकेगा |
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