स्नातक पास छात्राओं का लिस्ट जारी | इस लिस्ट में नाम है तभी मिलेगा ₹50 हजार

स्नातक पास छात्राओं का लिस्ट जारी | इस लिस्ट में नाम है तभी मिलेगा ₹50 हजार

स्नातक पास छात्राओं का लिस्ट जारी | इस लिस्ट में नाम है तभी मिलेगा ₹50 हजार:-बीआरएबीयू में गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए पोर्टल पर डाटा अपलोड करने को लेकर छात्राओं की काफी भीड़ लगी रही। इसको लेकर दिन भर हल्ला-हंगामा होता रहा। इसके लिए विभाग ने 11 जनवरी तक ही पोर्टल पर डाटा अपलोड करने की अंतिम तिथि निर्धारित की है। इसलिए मोतिहारी, बेतिया, सीतामढ़ी, बगहा और हाजीपुर से लेकर मुजफ्फरपुर के विभिन्न इलाकों से छात्राएं कागजात लेकर पोर्टल पर अपना नाम जुड़वाने पहुंची थीं।

लेकिन ठीक तरीके से सर्च नहीं करने के कारण उन्हें रिकॉर्ड नॉट फाउंड दिख रहा था। इस बीच कुछ लोगों ने अवैध तरीके से छात्राओं का नाम पोर्टल पर जोड़ने की बात कह कर हंगामा शुरू कर दिया। जिससे डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। छात्राओं का डाटा अपलोड होने के कारण कक्ष को भीतर से बंद किया गया था। ऐसे में बाहर से लोग दरवाजा पीटते रहे। जिसके बाद विवि प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने लोगों को कतार में खड़ा करा कर कार्य को आगे बढ़ाया।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने 90 हजार छात्राओं का डाटा पोर्टल पर अपलोड कर दिया है। छात्राएं अपने नाम, कॉलेज, रजिस्ट्रेशन नंबर डाल कर इसे सर्च कर सकती हैं। उन्हें विश्वविद्यालय आने की जरूरत नहीं है। जिनका नाम लिस्ट में नहीं है, उन छात्राओं के लिए दो काउंटर बनाया गया है।

विश्वविद्यालय की ओर से छात्राओं की सूची जारी करने के साथ ही कहा गया है कि जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर अपलोड सूची में नहीं है। वे छात्राएं शुक्रवार और शनिवार को विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम के पास बनाए गए दो काउंटर पर अपना आवेदन जमा कर सकती हैं। आवेदन में छात्रा को अपने मूल अंकपत्र की छायाप्रति और आधार कार्ड की छायाप्रति जमा करनी होगी। इसके बाद उन छात्राओं का नाम पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा।

कन्या उत्थान योजना को लेकर सत्र 2018-21, 2019-22 और 2020-23 में स्नातक उत्तीर्ण हुई छात्राओं का 11 जनवरी तक पोर्टल पर डाटा अपलोड करना है। ऐसे में जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं दिख रहा है, वे परेशान हैं। विश्वविद्यालय में आवेदन लेकर आने वाली कई छात्राओं से डाटा अपलोड कराने के नाम पर बिचौलिये अवैध उगाही भी कर रहे हैं।

वे पोर्टल पर नाम अपलोड कराने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में विवि प्रशासन ने छात्राओं को काउंटर के माध्यम से ही अपना कागजात जमा कराने को कहा है। गुरुवार को दो छात्राओं ने पांच-पांच हजार रुपए मांगे जाने की शिकायत भी की है। अन्य जिलों से आने वाले छात्राओं पर बिचौलिये की नजर है। नाम जुड़वाने का झांसा देकर छात्राओं के परिजनों से उगाही कर रहे हैं।

बीआरएबीयू में असामाजिक तत्त्वों ने डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर हंगामा किया. वे कुछ छात्राओं के नाम अवैध तरीके से अपलोड करने के लिए दबाव बना रहे थे. इसपर कर्मचारियों ने काम रोक दिया. स्थिति बेकाबू होती देख विवि प्रशासन को इसकी खबर दी गयी. गार्ड्स पहुंचे और उन्होंने मोर्चा संभाला. उन्होंने युवकों को वहां से हटा दिया. १० हजार छात्राओं का डेटा अपलोड हो गया है. छात्राएं इससे नाम मिला सकती हैं

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए पोर्टल पर डेटा अपलोड करवाने के लिए सुबह से ही छात्राओं की भीड़ थी. 11 जनवरी तक ही पोर्टल पर डेटा अपलोड करने की अंतिम तिथि है. ऐसे में बेतिया, मोतिहारी, सीतामढ़ी, बगहा, हाजीपुर से लेकर जिले के विभिन्न जिलों से छात्राएं कागजात लेकर पहुंची – थीं. बड़ी संख्या में छात्राओं का नाम पोर्टल पर पहले से था, लेकिन ठीक तरीके से सर्च नहीं करने पर उन्हें रिकॉर्ड नॉट फाउंड दिख रहा था.

इसी बीच कुछ असामाजिक तत्त्वों ने अवैध तरीके से छात्राओं का नाम पोर्टल पर जोड़ने के लिए हंगामा शुरू कर दिया. डीएसडब्ल्यू कार्यालय के बाहर अफरातफरी की स्थिति हो गयी. छात्राओं का डेटा अपलोड होने के कारण कक्ष को भीतर से बंद किया गया था. ऐसे में बाहर से इन युवकों ने दरवाजे को पीटना शुरू कर दिया. इससे स्थिति बेकाबू हो गयी. 90 हजार छह छात्राओं का डेटा पोर्टल पर अपलोड हो गया है. कॉलेज व छात्रा के नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर से इसे ढूंढ सकते हैं. एसडब्ल्यू डॉ आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि छात्राएं पोर्टल पर अपना नाम देख सकती हैं. उन्हें विवि आना नहीं पड़ेगा.

विवि ने छात्राओं की सूची जारी की है. जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर अपलोड सूची में नहीं है, वे शुक्रवार व शनिवार को विवि के के ऑडिटोरियम के पास बने दोनों काउंटर पर आवेदन दे सकती है. इसमें मूल अंकपत्र व आधार कार्ड की छायाप्रति जमा करनी पड़ेगी.

परीक्षा विभाग से जुड़े चार विशेष टेबुलेटर को बदल दिया है. स्नातक के तीनों वर्ष के लिए एक-एक और एक पीजी व टेक्निकल कोर्स के लिए विशेष टेबुलेटर की नियुक्ति की गयी है. बता दे कि परीक्षा बोर्ड की पिछली बैठक में टेबुलेटर के बदले जाने का निर्णय लिया गया था.

कन्या उत्थान योजना को लेकर सत्र 2018-21, 2019-22 व 2020-23 में स्नातक उत्तीर्ण हुई छात्राओं का 11 जनवरी तक पोर्टल पोर्टल पर डेटा अपलोड करना है. ऐसे में जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर नहीं दिख रहा है, वे परेशान हैं. विवि में आवेदन लेकर आने वाली कई छात्राओं से डेटा अपलोड कराने के नाम पर बिचौलिये पैसे ले रहे हैं. वे पोर्टल पर नाम अपलोड कराने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में विवि प्रशासन ने छात्राओं को काउंटर से ही कागजात जमा कराने को कहा है.

विवि में डिग्री के लिए छात्र-छात्राओं की परेशानी कम नहीं हो रही है. डिग्री को लेकर छात्रों व पदाधिकारियों में नोकझोंक हो गयी. डिग्री नहीं मिलने से झल्लाये छात्र हंगामा करने लगे. पदाधिकारियों से उनकी तीखी बहस हुई. छात्र डिग्री सेक्शन में अवैध तरीके से प्रवेश कर टीआर को पलट रहे थे. इसी को लेकर विवाद हुआ. उनका आरोप था कि उन्हें डिग्री के लिए परेशान किया जा रहा है. छात्र शीघ्र डिग्री जारी करने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे. जबकि, विभाग की ओर से टीआर से सत्यापन के बाद ही डिग्री छपने के लिए भेजे जाने की बात कही जा रही थी.

यहां से करें आवेदनCLICK HERE
इसमें नाम है तभी मिलेगा₹50 हज़ार
अपना पैसा चेक करेंCLICK HERE
WhatsApp Group JoinCLICK HERE
TELEGRAMjoin
YOUTUBESUBSCRIBE

Latest Jobs

Important

University Update

Syllabus

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top