स्नातक पास प्रोत्साहन राशि ₹50 हजार के लिए आवेदन शुरू – नया लिस्ट भी आया

स्नातक पास प्रोत्साहन राशि ₹50 हजार के लिए आवेदन शुरू - नया लिस्ट भी आया

स्नातक पास प्रोत्साहन राशि ₹50 हजार के लिए आवेदन शुरू – मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के पोर्टल पर नई छात्राओं का नाम अपलोड करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके चलते छात्राएं कॉलेज व विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रही हैं। वहीं, जिनका नाम पोर्टल पर है, उन्हें भी आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे राज्य से 5 लाख से अधिक छात्राओं का नाम पोर्टल पर अपलोड है। 5 सितंबर तक आवेदन के लिए समय दिया गया है। ऐसे में लोड बढ़ने के कारण सर्वर स्लो हो गया है।

स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ देने के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंगलवार को विश्वविद्यालय खुला, तो छात्राओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मोतिहारी, बेतिया, वैशाली सहित अन्य जिलों से तमाम छात्राएं यह जानने के लिए पहुंची कि उनका नाम पोर्टल पर है या नहीं सर्वर धीमा होने के कारण छात्राओं का विवरण नहीं मिल पा रहा है। दरअसल, अभी सिर्फ वही छात्राएं आवेदन कर सकती हैं, जिनका नाम व रिजल्ट पहले से पोर्टल पर अपलोड किया गया है। पोर्टल पर अभी नाम नहीं जोड़ा जा रहा है। स्नातक सत्र 2018-21 और सत्र 2019-22 में बड़ी संख्या में ऐसी छात्राएं हैं, जिनका खुद का नाम या पिता के नाम में अशुद्धि है। स्पेलिंग अलग होने से भी वे आवेदन नहीं कर पा रही हैं।

सत्र 2020-23 और 2021-24 को मिलाकर 60 हजार से अधिक छात्राओं का नाम व रिजल्ट अपलोड किया गया है, जिनको आवेदन करना है। विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि जिनका नाम पोर्टल पर नहीं है, उन्हें इंतजार करना होगा। पोर्टल खुलने पर उनका नाम जुड़ेगा। इसके बाद ही वे आवेदन कर सकेंगी। अभी केवल उनका आवेदन ही होगा, जिनका नाम पहले से अपलोड है। यदि वे आवेदन नहीं कर पा रही हैं, तो अपना आधार कार्ड, मूल अंकपत्र और रजिस्ट्रेशन की फोटो कॉपी विवि में जमा कराएं। जिनका नाम मिसमैच बता रहा है, वे भी अपना कागजात जमा करें। इसमें सुधार के बाद वे आवेदन कर सकेंगी।

स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ देने के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अभी सिर्फ वही छात्राएं आवेदन कर सकती हैं, जिनका नाम पहले से पोर्टल पर है. पोर्टल पर अभी नाम नहीं जोड़ा जा रहा है. यही पता लगाने के लिए छात्राएं परेशान होकर मोतिहारी, बेतिया, वैशाली से पहुंच रही हैं कि उनका नाम पोर्टल पर है भी या नहीं. सर्वर धीमा होने से छात्राओं को विवरण नहीं मिल रहा है. सत्र 2018 21 व 19-22 में बड़ी संख्या में ऐसी छात्राएं हैं जिनका खुद का नाम या पिता के नाम में अशुद्धि है. स्पेलिंग अलग होने से भी वे आवेदन नहीं कर पा रही हैं.

वहीं सत्र 20-23 व 21-24 को मिलाकर 60 हजार से अधिक छात्राओं को आवेदन करना है. इनका नाम पोर्टल पर उपलब्ध है. विवि की ओर से बताया गया है कि जिनका नाम पोर्टल पर नहीं है, उन्हें इंतजार करना होगा. पोर्टल खुलने पर उनका नाम जुड़ेगा. इसके बाद ही वे आवेदन कर सकेंगी. पोर्टल पर प्रदेश भर में पांच लाख से अधिक छात्राओं का आवेदन होना है. इस कारण सर्वर काफी धीमा हो गया है. पांच सितंबर तक आवेदन का समय दिया गया है.

जिन छात्राओं का नाम पोर्टल पर हैं, इसके बाद भी वे आवेदन नहीं कर पा रही हैं तो ऐसी छात्राओं को कहा गया है कि वे अपना आधार कार्ड, मूल अंकपत्र व रजिस्ट्रेशन की फोटो कॉपी विवि में जमा करायें. जिनका नाम मिस्मैच बता रहा है, वे भी अपना कागजात जमा कराएं. इसमें सुधार के बाद वे आवेदन कर सकेंगी.

बिचौलिये सक्रिय हो गये हैं. वे नाम जोड़ने का भी दावा कर रहे हैं. विवि ने कहा है कि छात्राएं उनके झांसे में नहीं आयें. अबतक नया नाम जोड़ने संबंधी कोई पत्र विवि को नहीं मिला है. ऐसे में बिचौलिये उन्हें गुमराह कर ठगी कर सकते हैं. अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप पर भी यह दावा किया जा रहा है.

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