चार वर्षिय स्नातक के बाद बिना पीजी किए सिधे कर सकते हैं पीएचडी

चार वर्षिय स्नातक के बाद बिना पीजी किए सिधे कर सकते हैं पीएचडी

चार वर्षिय स्नातक के बाद बिना पीजी किए सिधे कर सकते हैं पीएचडी:- मुजफ्फरपुर के बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। विश्वविद्यालय परिसर में अब छात्रों के भविष्य निर्माण को लेकर एक मॉडल करियर सेंटर (Model Career Centre) खोला जाएगा। यह सेंटर नियोजन विभाग (Department of Employment) द्वारा संचालित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों को रोजगार, प्रतियोगी परीक्षाओं और करियर गाइडेंस से जोड़ना है।

4 वर्षीय स्नातक कोर्स के छात्र बिना मास्टर्स किए पीएचडी कर सकते हैं। सिर्फ शर्त है कि 75 प्रतिशत अंक अनिवार्य होंगे। एससी-एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के अभ्यर्थियों को 5 प्रतिशत की छूट होगी। नेट और जेआरएफ के लिए भी स्नातक छात्र आवेदन कर सकेंगे। यूजीसी ने इसे लागू करने की घोषणा की है। इससे पहले पीजी में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ही पीएचडी में नामांकन की अनुमति थी।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उक्त प्रावधान किया गया है। इसके अंतर्गत तीन वर्षीय के साथ ही चार वर्षीय स्नातक कोर्स लागू किया गया है। इसमें स्नातक के साथ एक वर्ष का शोध भी शामिल है। इसके बाद पीजी भी सिर्फ एक वर्ष का होगा। छात्र चाहें तो पीजी कर सकते हैं और उसके बाद भी पीएचडी या नेट-जेआरएफ के लिए आवेदन कर सकते हैं। या फिर सीधे पीएचडी या नेट-जेआरएफ के लिए आवेदन कर सकते हैं। नेट के आवेदन के दौरान भी चार वर्षीय स्नातक का ऑप्शन दे दिया गया है।

बीआरएबीयू में छात्रों के लिए मॉडल करियर सेंटर खोला जायेगा। नियोजन विभाग यह सेंटर खोलेगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।

बीआरएबीयू में तैनात नियोजन अधिकारी मो. इमरान का कहना है कि हमलोगों ने मॉडल करियर सेंटर खोलने के लिए विवि में जगह मांगी है। जगह मिलने के बाद सेंटर खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी।

बीआरएबीयू के अलावा अन्य विवि में भी यह केंद्र खोलने की योजना है। कुछ विवि में यह सेंटर चल भी रहे हैं। नियोजन अधिकारी ने बताया कि इस मॉडल सेंटर में छात्रों के लिए लाइब्रेरी शुरू की जायेगी। इसके बाद आईटी लैब भी खोला जायेगा। इस सेंटर में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में गाइड किया जायेगा।

करियर सेंटर में काउंसिलिंग की भी व्यवस्था की जायेगी। छात्रों को आईटी सेक्टर में रोजगार मिल सके, इसलिए आईटी लैब में उन्हें कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जायेगी। बीआरएबीयू में भी एक ही स्टडी सेंटर चल रहा है।

बीआरएबीयू में पीजी में दाखिले के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ाई जायेगी। बीआरएबीयू प्रशासन इसपर विचार कर रहा है। पहले जंतु विज्ञान और इतिहास विषय में पीजी केंद्र बढ़ाने का प्रस्ताव है। इन दोनों विषयों में दाखिले ज्यादा होने के कारण अभी इन दोनों विषयों में पीजी केंद्र बढ़ाये जाएंगे। हालांकि, अभी इसकी अधिसूचना जारी नहीं हुई है।

कुलपति के आदेश के बाद ही आगे कोई कदम उठाया जाएगा। विवि सूत्रों ने बताया कि इस साल भी इन विषयों में दाखिले के लिए कई कॉलेजों से विवि को लिखा गया था। कई कॉलेजों में सीटों की संख्या में इजाफा किया गया। नये सत्र से दाखिले में परेशानी नहीं हो इसलिए विवि इस तरफ काम शुरू करने जा रहा है।

इस मॉडल करियर सेंटर में कई आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि छात्र अपनी शिक्षा के साथ-साथ अपने करियर की दिशा तय कर सकें।

यहाँ छात्रों के लिए एक डिजिटल लाइब्रेरी और आईटी लैब (IT Lab) बनाई जाएगी, जिसमें वे ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।

यहाँ विशेषज्ञों द्वारा BPSC, UPSC, SSC, Banking, Railway जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए Guidance Session आयोजित किए जाएंगे।

सेंटर के माध्यम से छात्रों को करियर काउंसलिंग, रिज्यूमे बिल्डिंग, इंटरव्यू स्किल्स, और प्लेसमेंट ट्रेनिंग की भी सुविधा दी जाएगी।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत अब चार वर्षीय स्नातक कोर्स (Four-Year Undergraduate Programme) करने वाले छात्र बिना मास्टर्स किए सीधे PhD में प्रवेश ले सकेंगे।

इस प्रावधान के तहत, केवल वे छात्र पात्र होंगे जिन्होंने चार वर्षीय स्नातक कोर्स में कम से कम 75% अंक हासिल किए हों।

SC, ST, OBC, दिव्यांग और EWS वर्ग के छात्रों को 5% अंकों की छूट दी जाएगी। यानी इन वर्गों के लिए न्यूनतम अंक 70% निर्धारित किए गए हैं।

जो छात्र NET या JRF क्वालिफाई करते हैं, वे भी सीधे PhD में प्रवेश ले सकेंगे। अब यह सुविधा चार वर्षीय स्नातक छात्रों को भी मिलेगी।

  1. अब छात्रों को मास्टर्स करने की अनिवार्यता से राहत मिलेगी।
  2. शिक्षा में समय और खर्च दोनों की बचत होगी।
  3. रिसर्च में रुचि रखने वाले छात्र जल्दी PhD शुरू कर सकेंगे।
  4. BRABU में खुलने वाला मॉडल करियर सेंटर छात्रों को रोजगार और मार्गदर्शन दोनों में मदद करेगा।

BRABU में खुलने वाला मॉडल करियर सेंटर और नई शिक्षा नीति का PhD प्रावधान, दोनों ही छात्रों के लिए नए अवसर लेकर आए हैं।
एक ओर जहाँ विश्वविद्यालय छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा, स्किल डेवलपमेंट और रोजगार से जोड़ेगा, वहीं चार वर्षीय स्नातक कोर्स के बाद सीधे PhD करने का मौका छात्रों को समय की बचत और उच्च अध्ययन का नया रास्ता देगा।

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