क्लैट के अलावा इन परीक्षाओं से भी लॉ में कैरियर:-भारत में लॉ की पढ़ाई के लिए सबसे लोकप्रिय परीक्षा CLAT (Common Law Admission Test) है, लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स यह नहीं जानते कि क्लैट के अलावा भी कई राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय लॉ एंट्रेंस एग्ज़ाम हैं, जिनके माध्यम से आप आसानी से प्रतिष्ठित सरकारी व निजी लॉ कॉलेजों में एडमिशन ले सकते हैं।
यदि किसी कारणवश आपका क्लैट स्कोर अच्छा नहीं आया, या आप बैकअप चाह रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी है। यहाँ हम क्लैट के अलावा भारत की 6 प्रमुख लॉ प्रवेश परीक्षाओं की पूरी जानकारी देंगे—योग्यता, सिलेबस, एग्ज़ाम डीटेल्स और कॉलेज वगैरह।
ये है AILET से लेकर CUET जैसी लॉ प्रवेश परीक्षाओं की पूरी गाइड
क्लैट के अलावा इन 6 परीक्षाओं से भी बनाएं लॉ कॅरिअर
क्लैट (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) 2026 की परीक्षा 7 दिसंबर को आयोजित होगी। इससे देश की 25 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज में दाखिला मिलता है। हर साल करीब 60 से 75 हजार छात्र इसमें शामिल होते हैं, जबकि सीटें लगभग 5,790 ही हैं। यहां स्नातक की एक साल की फीस करीब 3 से 4 लाख रु होती है। इसी वजह से छात्र क्लैट के साथ AILET, CUET जैसी परीक्षाओं की भी तैयारी करते हैं।
खास बात यह है कि
क्लैट का पीजी स्कोर कई सरकारी संस्थानों में भी मान्य है जैसे कोल इंडिया, ऑयल इंडिया और भारतीय सेना में जन एडवोकेट जनरल की भर्ती के लिए। इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च (IIULER), गोवा, बार काउंसिल ऑफ इंडिया ट्रस्ट द्वारा स्थापित एकमात्र लॉ यूनिवर्सिटी है। यहां भी क्लैट स्कोर के आधार पर प्रवेश मिलता है।
लॉ के क्षेत्र में जाने के लिए ये है प्रमुख सरकारी और निजी प्रवेश परीक्षाएं…
1. ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET)
- कंनडक्टिंग बॉडी: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी,
- दिल्ली परीक्षा की तारीख: 14 दिसंबर दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक कोर्स बीए एलएलबी (Hons.), एलएलएम,
- पीएचडी खासियतः यह परीक्षा क्लैट से अलग है।
- NLU दिल्ली क्लैट स्कोर स्वीकार नहीं करता है।
- यह ऑनलाइन मोड में होती है।
क्यों दें:- एनएलयू दिल्ली देश की टॉप तीन लॉ यूनिवर्सिटीज में गिनी जाती है। यहां बीए एलएलबी में 110 सीटें हैं।
2. नरसी मोनजी लॉ एप्टीट्यूड टेस्ट
- कंनडक्टिंग बॉडी: नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
- स्टडीज (NMIMS)
- आवेदन: दिसंबर में शुरू होंगे। मार्च में परीक्षा होगी।
- कॉलेज: NMIMS मुंबई, इंदौर, बेंगलुरु, हैदराबाद, चंडीगढ़ है। कोर्स: बीए एलएलबी (Hons), बीबीए एलएलबी (Hons.)
क्यों दें:-संस्थान इंटरनेशनल एक्सपोजर व आधुनिक कोर्स के लिए जाना जाता है। कॉर्पोरेट लॉ के लिए यह अच्छा विकल्प है।
3. सिंबायोसिस लॉ एडमिशन टेस्ट
- कंनडक्टिंग बॉडी: सिंबायोसिस इंटरनेशनल
- (डीम्ड यूनिवर्सिटी) कॉलेज: SLS पुणे, नोएडा, हैदराबाद, नागपुर
- आवेदन: 30 नवंबर तक करें।
- परीक्षा: 20 और 28 दिसंबर को होगी।
- कोर्स: बीए और बीबीए एलएलबी
क्यों दें:- सिंबायोसिस लॉ स्कूल देश के सबसे अच्छे प्राइवेट कॉलेजों में से हैं। यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टडी फ्लेक्सिबिलिटी और प्लेसमेंट ही इसे छात्रों की पसंद बनाती है।
4. MH कॉमन एंट्रेंस टेस्ट लॉ
- कंनडक्टिंगबॉडी: महाराष्ट्र स्टेट CET सेल
- कोर्स: 3 और 5 साल के प्रोग्राम होता है।
- कॉलेज: GLC मुंबई, ILS पुणे, राज्य के अन्य सरकारी कॉलेज में प्रवेश मिलता है।
- आवेदन: दिसंबर में शुरू होंगे।
- परीक्षा: अप्रैल में रहेगी।
क्यों दें:- कम फीस और अच्छे प्लेसमेंट के कारण यह परीक्षा उन छात्रों के लिए बेहतर है, जो सरकारी कॉलेजों में वैल्यू-बेस्ड लॉ एजुकेशन चाहते हैं।
5. मेघालय यूजी एडमिशन टेस्ट
- कंनडक्टिंग बॉडी: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मेघालय
- कोर्स बीए, बीबीए और बीएस एलएलबी पैटर्न: इसमें 100 अंकों के प्रश्न होते हैं, जिनमें लीगल एप्टीट्यूड, लॉजिकल रीजनिंग, करंट अफेयर्स, मैथ्स, जनरल
क्यों दें:- यह परीक्षा क्लैट से अलग है। NLU मेघालय में 5 साल के कोर्स की फीस कुल 22,75,000 रुपए है।
6. कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट
- कॉलेट: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) और अन्य सेंट्रल यूनिवर्सिटीज शामिल हैं।
- मोड: ऑनलाइन (सीबीटी)
- आवेदन: मार्च में होंगे।
- परीक्षा मई में होगी।
- कोर्स: वहां बीए एलएलबी प्रोग्राम हैं।
क्यों दें:- कई सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लॉ कोर्स में एडमिशन इस परीक्षा के जरिए होता है। यानी अब एक ही परीक्षा से कई बड़े संस्थानों में प्रवेश का मौका है।
ये है परीक्षा से पहले आखिरी 25 दिनों की तैयारी के असरदार टिप्स
पिछले 6 महीनों के करंट अफेयर्स पढ़ें, 10-12 मॉक टेस्ट दें
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट 2026) 7 दिसंबर को है। अब परीक्षा के लिए एक महीने से भी कम समय बचा है, इसलिए इस वक्त आपको अपनी स्पीड और एक्यूरेसी पर ध्यान देना चाहिए। परीक्षा की अवधि 2 घंटे की होगी, जिसमें 120 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे। हर प्रश्न 1 अंक का होगा, जबकि गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे जाएंगे। सभी प्रश्न पैसेज आधारित होंगे, यानी हर पैसेज के बाद 5-6 प्रश्न होंगे। अब आखिरी महीने में नया टॉपिक न पढ़ें। विषयवार टाइमटेबल बनाएं। रोजाना 4 से 5 घंटे की अनुशासित तैयारी प्रभावी होगी। साथ ही पर्याप्त नींद लें, ताकि आपका ध्यान और फोकस बना रहे। कठिन सवालों पर ज्यादा समय न लगाएं।
गलतियों से सबक लें, उन्हें दोहराएं नहीं
ओवरऑल स्ट्रैटजी इस तरह रखें
- लक्ष्य:-
- मॉक टेस्ट में स्पीड और सटीकता दोनों जरूरी है। इसके लिए रोज प्रैक्टिस करें।
- तरीका:-
- अपने दिन का 50 प्रतिशत समय कॉन्सेप्ट क्लियर करने में और 50 प्रतिशत समय प्रैक्टिस और मॉक टेस्ट देने में लगाएं।
- स्टडी टाइम:-
- हर सेक्शन के एक से दो टॉपिक का रोजाना रिवीजन करना जरूरी है। हर विषय को कम से कम एक घंटे का समय दें।
- मॉक टेस्ट :-
- अगले 30 दिनों में कम से कम 10 से 12 फुल-लेंथ मॉक टेस्ट हल करें। इन्हें मुख्य परीक्षा के निर्धारित समय में ही दें।
मॉक टेस्ट से होगा टाइम मैनेजमेंट
- मॉक टेस्ट उसी समय स्लॉट में दें, जिस समय असली परीक्षा होगी। इससे मुख्य परीक्षा के दौरान टाइम मैनेजमेंट बेहतर रहेगा।
- हर मॉक टेस्ट के बाद अपने पेपर और जवाबों की पूरी समीक्षा करें और गलतियों की पहचान करें।
- अपनी गलतियों की एक नोटबुक बनाएं, उसे रोज देखें, समझें और कोशिश करें कि अगले मॉक टेस्ट में वही गलतियां नहीं दोहराएं।
- 100 प्रतिशत सटीकता के पीछे न भागें, 90 प्रतिशत सटीकता के साथ अच्छे अटेम्प्ट का लक्ष्य रखें।
करंट अफेयर्स और लीगल रीजनिंग से ज्यादा सवाल
| विषय | प्रश्नों की संख्या |
|---|---|
| अंग्रेजी (रीडिंग और कॉम्प्रिहेंशन) | 22–26 |
| करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान | 28–32 |
| लीगल रीजनिंग | 28–32 |
| लॉजिकल रीजनिंग | 22–26 |
| क्वांटिटेटिव टेक्नीक (गणित) | 10–14 |
| कुल प्रश्न | 120 |
सेक्शन वाइज ऐसे करें मुख्य परीक्षा के लिए तैयारी
1. इंग्लिश
द हिंदू या इंडियन एक्सप्रेस के एडिटोरियल्स से रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन का अभ्यास करें। टोन वर्ड्स, इनफरेंस और व्याकरण पर ध्यान दें। मुहावरे, कन्फ्यूजिंग वर्ड्स और बेसिक ग्रामर दोहराएं।
2. करंट अफेयर्स/जीके
पिछले 12 महीनों के करंट अफेयर्स दोहराएं, लेकिन फोकस पिछले 6 महीनों पर रखें। मुख्य टॉपिक लीगल न्यूज, सरकारी योजनाएं, अंतरराष्ट्रीय संगठन, खेल, अवॉर्ड्स, अपॉइंटमेंट्स हैं।
3 . लीगल रीजनिंग
प्रिंसिपल-बेस्ड पैसेज पर फोकस करें। कानून रटने की बजाय उनके उपयोग को समझें। क्लैट 2020-2025 के लीगल सेक्शन दोहराएं। सालभर के बड़े संशोधन और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पढ़ें।
4. लॉजिकल रीजनिंग
क्रिटिकल रीजनिंग (अजम्प्शन, स्ट्रेंथन, वीकन) का अभ्यास करें। लंबी पजल्स से बचें। हर पैसेन को 8-9 मिनट में हल करें। एनालिटिकल रीजनिंग और डिसीजन मेकिंग की प्रैक्टिस करें।
5. क्वांटिटेटिव टेक्नीक
डेटा इंटरप्रिटेशन, प्रतिशत, औसत, अनुपात, लाभ-हानि जैसे विषयों पर फोकस करें। स्पीड बढ़ाने के लिए रोजाना सेक्शनल टेस्ट दें। तेज कैलकुलेशन के लिए ज्यादा से ज्यादा टेबल याद करें।
निष्कर्ष
यदि आप लॉ में करियर बनाना चाहते हैं तो केवल क्लैट पर निर्भर रहना सही नहीं है। भारत में कई अन्य प्रतिष्ठित परीक्षाएँ हैं, जिनसे आप उच्च गुणवत्ता वाले लॉ कॉलेजों में प्रवेश पा सकते हैं। इसलिए साथ-साथ 3–4 वैकल्पिक परीक्षाओं की तैयारी जरूर करें।
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