असिस्टेंट जेलर बनना है तो ऐसे करें तैयारी- सिलेबस परीक्षा पैटर्न देखें

असिस्टेंट जेलर बनना है तो ऐसे करें तैयारी- सिलेबस परीक्षा पैटर्न देखें

असिस्टेंट जेलर बनना है तो ऐसे करें तैयारी- सिलेबस परीक्षा पैटर्न देखें:-झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) आगामी समय में असिस्टेंट जेलर भर्ती आयोजित करने जा रहा है। हजारों युवाओं के लिए यह नौकरी एक शानदार अवसर है। सही दिशा में तैयारी की जाए तो लिखित परीक्षा को आसानी से पास किया जा सकता है। इस पोस्ट में आप परीक्षा पैटर्न, सिलेबस और विषयवार तैयारी के टिप्स जानेंगे।

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) असिस्टेंट जेलर की भर्तियां करने जा रहा है। स्नातक युवाओं के पास इसमें नौकरी पाने का सुनहरा मौका है। आयोग इसके लिए लिखित परीक्षा आयोजित करता है। सामान्य ज्ञान और जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा पर मजबूत पकड़ बनाकर आप परीक्षा में सफल हो सकते हैं।

  • यह भर्ती लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता/शारीरिक मापदंड परीक्षण और चिकित्सा परीक्षण के आधार पर होती है।
  • मौजूदा पैटर्न के अनुसार केवल लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर मेरिट बनती है।
  • लिखित परीक्षा ऑफलाइन ओएमआर, आधारित होती है और अलग-अलग पालियों में पेपर-1, पेपर-2 और पेपर-3 लिए जाते हैं। विशिष्ट तिथि और पालियों का समय आयोग की परीक्षा-सूचना/एडमिट कार्ड में दिया जाता है।
  • परीक्षाएं झारखंड के प्रमुख शहरों जैसे रांची, जमशेदपुर, धनवाद, बोकारो, हजारीबाग, देवघर आदि में होती हैं। सटीक सेंटर की जानकारी एडमिट कार्ड पर दी जाएगी।

सिलेबस : इस भाग में सामान्य हिंदी व्याकरण, संधि, समास, अलंकार, पर्यायवाची और विलोम, मुहावरे और लोकोक्तियां, वर्तनी सुधार, वाक्य शुद्धि, गद्यांश पर आधारित प्रश्न और बोध क्षमता को जांच करने वाले सवाल शामिल होते हैं। हिंदी खंड का उद्देश्य यह देखना है कि अभ्यर्थी सरकारी कार्य में प्रयोग होने वाली मानक हिंदी भाषा को कितनी सुव्यवस्थित और स्पष्ट रूप से समझ सकता है और लिखित संचार में कितनी शुद्धता रखता है।

  • रोजाना दो-तीन पेज हिंदी अखबार या पत्रिका का संपादकीय पड़े और अनजाने शब्दों की लिस्ट बनाकर अर्थ लिखे।
  • संधि, समास, अलंकार, मुहावरे आदि के लिए ऑब्जेक्टिव हिंदी व्याकरण की किताब चुनें और अभ्यास करें।
  • गद्यांश अआधारित प्रश्नों के लिए अभ्यास करें। पहले पैसेज पढ़ें फिर सवाल हल करें, इससे समझ मजबूत होगी।
  • पुराने प्रश्न-पत्रों में पैटर्न पर खास ध्यान दें, कौन-से टॉपिक पर ज्यादा सवाल आते हैं, उनकी अलग से नोटबुक बना लें।
  • मॉक टेस्ट देते समय खासतौर पर स्पेलिंग और व्याकरण की गलतियों को मार्क करें, जिससे दोबारा मलती न हो।

सिलेबसः अंग्रेजी सेक्शन में बुनियादी व्याकरण (Parts of Speech, Tense, Article, Preposition, Voice, Narration), Vocabulary (Synonyms, Antonyms, One Word Substitution, Idioms & Phrases). Error Detection, Fill in the Blanks, Cloze Test Reading Comprehension जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस खंड का मुख्य उद्देश्य यह परखना है कि उम्मीदवार साधारण प्रशासनिक व औपचारिक अंग्रेजी को कितनी आसानी से समझ और प्रयोग कर सकता है।

  • रोज 10-15 नये अंग्रेजी शब्द याद करें, उनके हिंदी अर्थ, उदाहरण-वाक्य और समानार्थी शब्द साथ में लिखें।
  • Tense, Article, Preposition जैसे टॉपिक को एक बार कॉन्सेप्ट लेवल पर अच्छे से पढ़ें और अभ्यास प्रश्न हल करें|
  • Error Detection और Cloze Test के लिए पूर्ववर्ती पेपर और मॉडल पेपर से लगातार प्रैक्टिस करें।
  • प्रतिदिन अंग्रेजी आर्टिकल या न्यूज रिपोर्ट पढ़ें और उसका सार खुद लिखें। इससे लिखने की क्षमता बढ़ेगी।
  • मॉक टेस्ट में समय प्रबंधन का ध्यान रखें। इंग्लिश में फंसकर कुल पेपर का समय बर्बाद न होने दें।

सिलेबस इस पेपर में अभ्यर्थी द्वारा चुनी गई किसी एक क्षेत्रीय या आदिवासी भाषा (जैसे नागपुरी, कुरमाली, संथाली, हो आदि) की व्याकरण, शब्दावली, गद्य और पद्म की समझ, अनुवाद, वाक्य निर्माण और स्थानीय मुहावरों व कहावतों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। पेपर का उद्देश्य स्थानीय भाषा और संस्कृति की बारीक समझ की जांच करना है।

  • जिस भाषा का चुनाव किया है, उसकी हाई स्कूल/इंटर स्तर की पाठ्यपुस्तकें और सहायक पुस्तकों को आधार मानकर पूरा सिलेबस कवर करें।
  • व्याकरण के नियम, लोकोक्तियां, कहावतें और कठिन शब्दों की अलग कॉपी बनाएं, जिसे रिवाइज किया जा सके।
  • गद्य और पद्य खंड के लिए छोटे-छोटे पैसेज पढ़कर उनके सारांश लिखें, इससे समझने की क्षमता बढ़ेगी।
  • स्थानीय बोलचाल और मानक लिखित रूप के चीच के अंतर को समझे। लिखते समय शुद्ध भाषा का ही अभ्यास करें।
  • पहले के वर्षों के पेपर और उपलब्ध मॉडल पेपर हल करके अंदाजा लगाएं कि किस तरह के सवाल ज्यादा दोहराए जाते हैं।

सिलेबस इस पेपर में भारत और विश्व का सामान्य ज्ञान, भारतीयइतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, संविधान और नागरिक शास्त्र के साथ-साथ झारखंड का इतिहास, भूगोल, संस्कृति, खनिज संपदा, आंदोलन, योजनाएं और समसामयिक घटनाएं शामिल रहती हैं। साथ ही, प्राथमिक गणित (प्रतिशत, अनुपात, औसत, समय-दूरी, लाभ-हानि, साधारण व चक्रवृद्धि ब्यान, डेटा इंटरप्रिटेशन), सामान्य विज्ञान (भौतिकी, रसायन और जीवविज्ञान की मूल अवधारणाएं), तथा कंप्यूटर ज्ञान (हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, एमएस ऑफिस, इंटरनेट, ई-मेल, साइबर सुरक्षा की बुनियादी जानकारी) से भी प्रश्न आते हैं।

  • प्रतिदिन राष्ट्रीय दैनिक और स्थानीय पोर्टल या अखबार को 30-40 मिनट दें। शिक्षा, स्वास्थ्य, बजट, योजना, खेल, पुरस्कार आदि की कटिंग/नोट्स बनाएं।
  • झारखंड जीके के लिए अलग से एक मानक किताब चुने और साथ ही सरकारी रिपोर्ट, योजनाओं की सूची तैयार करें।
  • हर हफ्ते “झारखंड स्पेशल क्विज” बनाकर खुद की टेस्टिंग करें। 50 ऑब्जेक्टिव प्रश्न बनाएं और समय पर हल करें।
  • इतिहास, भूगोल जैसे टॉपिक के लिए माइंड मैप या चार्ट बनवाएं, इससे रिवीजन तेज और रोचक हो जाता है।
  • कम से कम एक-दो घंटे केवल गणित व रीजनिंग के लिए रखें। शुरुआत बेसिक किताब से करें और परि-धीर लेवल बढ़ाएं।
  • हर टॉपिक पर पहले 20-30 आसान सवाल हल करें, फिर मिक्स्ड कॉन्सेप्ट वाले सवालों पर जाएं।
  • सामान्य विज्ञान के लिए हाई स्कूल स्तर की एनसीईआरटी समकक्ष किताबों से छोटे-छोटे नोट्स बनाएं, विशेषकर रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े कॉन्सेप्ट्स पर।
  • कंप्यूटर में थ्योरी के साथ हल्का-सा प्रैक्टिकल भी रखें। यदि लैपटॉप कंप्यूटर उपलब्ध है तो इंटरनेट ब्राउजिंग करके देखें।
  • हफ्ते में कम से कम दो बार फुल-लेथ प्रैक्टिस पेपर (पेपर-3 जैसा) दें और बाद में गलतियों का विश्लेषण जरूर करें।

यहां दो तरह की व्यवस्था मिलती है, जो आयोग के नियम और विज्ञापन पर निर्भर करती हैः

मुख्य परीक्षा में तीन प्रश्न पत्र होंगेः-

  • पेपर-1:120 प्रश्न, 360 अंक, 2 घंटे, 1 की नेगेटिव मार्किंग
  • पेपर-2:100 प्रश्न, 300 अंक, 2 घंटे, 1 की नेगेटिव मार्किंग
  • पेपर-3: 150 प्रश्न, 450 अंक, 2 घंटे, 1 की नेगेटिव मार्किंग

लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र, आयु और शैक्षणिक योग्यता संबंधी दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी।

चयनित उम्मीदवारों का चिकित्सा परीक्षण किया जाएगा, जिसमें दृष्टि, सामान्य स्वास्थ्य, पुरानी बीमारियां आदि की जांच प्रचलित नियमों के अनुसार की जाती है।

सभी चरण सफलतापूर्वक पास करने के बाद अंतिम मेरिट सूची के आधार पर नियुक्ति पत्र जारी होते हैं और अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण व ज्वॉइनिंग की प्रक्रिया से गुजरना होता है।

  1. झारखंड राज्य का गठन किस वर्ष हुआ था?
    Α. 1947
    Β. 1956
    C.2000
    D.2005
  2. बिरसा मुंडा आंदोलन मुख्य रूप से किस क्षेत्र से जुड़ा था?
    A. पंजाब क्षेत्र से
    B. मुंडा क्षेत्रों/चोटानागपुर से
    C. तटीय आंध्र प्रदेश से
    D. कश्मीर घाटी से
  3. किसी वस्तु पर 20% लाभ और 5% छूट देने पर क्रय मूल्य और चिह्नित मूल्य (Marked Price) का अनुपात क्या होगा?
    Α.4:5
    Β. 19:24
    C.20:21
    D. 16:19
  4. भारत का संविधान किस वर्ष लागू हुआ?
    Α. 1947
    Β. 1948
    C. 1949
    D. 1950
  5. कंप्यूटर में CPU को किस नाम से जाना जाता है?
    A. Central Processing Unit
    B. Central Programming Unit
    C. Control Processing Utility
    D. Core Program Unit
  6. “अनुच्छेद 21” मुख्य रूप से किस अधिकार से संबंधित है?
    A. समानता का अधिकार
    B. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार
    C. जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार
    D. धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
  7. झारखंड का राजकीय पशु कौन-सा है?
    A. हाथी
    B. बाघ
    C. हिरण
    D. साही (Porcupine)
  8. पांच संख्याओं का औसत 20 है। इन पाँचों संख्याओं का कुल योग क्या होगा?
    A.80 B.90
    C.
    100 D. 120
  9. निम्न में से कौन-सा विकल्प URL की सही फुल फॉर्म बताता है?
    A. Uniform Resource Locator
    B. Universal Resource Link
    C. Uniform Routing Locator
    D. Universal Routing Link
  10. HTTP का मुख्य उपयोग किसके लिए होता है?
    A. ई-मेल भेजने के लिए
    B. वेब पेज ट्रांसफर/कम्युनिकेशन के लिए
    C. फाइल कंप्रेशन के लिए
    D. ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए
  11. निम्न में से कौन-सा एक वेब ब्राउजर है?
    A. Windows
    B. Linux
    C. Chrome
    D. Oracle
  12. सही Error Detection प्रकार का प्रश्न चुनिए:
    A. He do not knows the answer.
    B. He does not know the answer.
    C. He not know the answer.
    D. He don’t knows the answer.

निष्कर्ष

असिस्टेंट जेलर की तैयारी में सामान्य ज्ञान और भाषा पर मजबूत पकड़ आपको सरलता से सफलता दिला सकती है। नियमित अभ्यास, मॉक टेस्ट और झारखंड GK आपकी चयन की संभावना बढ़ाते हैं।

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