UPPSC Syllabus 2025 In Hindi |यूपीपीएससी पाठ्यक्रम 2025

UPPSC Syllabus 2025

UPPSC Syllabus 2025 In Hindi:- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग भर्ती बोर्ड लखनऊ द्वारा जल्द ही (यूपीपीएससी) की अधिसूचना को जारी किया है जिसके लिए अभी से उम्मीदवारों तैयारी पूरी कर लेनी चाहिए (यूपीपीएससी) भर्ती के आवेदन के लिए सबसे पहले आपको यूपी (यूपीपीएससी) योग्यता, परीक्षा पैटर्न, इसके सैलरी और कटऑफ के साथ (यूपीपीएससी) की तैयारी के लिए बेहतरीन किताबों की जानकारी होनी चाहिए, (यूपीपीएससी) भर्ती संबंधित सभी महत्वपूर्ण लेख नीचे उपलब्ध है

  • UPPSC Exam Pattern 2025
  • प्रीलिम्स(Preliminary) पहला परीक्षा 
  • प्रीलिम्स(Preliminary) दूसरा परीक्षा
  • मुख्य परीक्षा
  • सामान्य हिंदी
  • सामान्य अध्ययन जीएस पेपर 1-8 
  • साक्षात्कार (मौखिक परीक्षा) 
  • कुछ महत्वपूर्ण लिंक

UPPSC Exam Pattern-UPPSC Syllabus 2025

UPPCS की परीक्षा 3 चरणों में होती है, जिसमें पहला चरण में प्रीलिम्स(Preliminary) का 2 परीक्षा होता है

  • 1-चरण प्रीलिम्स: 2 पेपर्स (ऑब्जेक्टिव)
  • 2-चरण मुख्य परीक्षा: 8 प्रश्नपत्र (निबंध/वर्णनात्मक प्रकार)
  • 3-चरण साक्षात्कार(मौखिक परीक्षा)

प्रीलिम्स(Preliminary) पहला परीक्षा -UPPSC Syllabus 2025

इसमें 150  प्रश्न पूछें जाते हैं  और ये पेपर 200 अंकों के होते हैं  सामान्य अध्ययन जिसमें भारतीय इतिहास, भारत एवं विश्व का भूगोल, भारत की राज्यव्यवस्था, कला एवं संस्कृति, इकोलॉजी और एनवायरनमेंट, भारत की अर्थव्यस्था, विज्ञान और टेक्नोलॉजी, और चर्चा में चल रहे करेंट अफेयर्स के टॉपिक और उत्तर प्रदेश स्पेशल पर आधारित है.    

प्रीलिम्स(Preliminary) दूसरा परीक्षा-UPPSC Syllabus 2025

इसमें 100 प्रश्न होते हैं जो 200 अंकों के होते है दूसरा पेपर सी- सैट का होता है जिसमें अभ्यर्थी की मेंटल एबिलिटी, और सामान्य मैथ्स की जांच की जाती है, ये  दोनों ही पेपर ऑब्जेक्टिव होते है और इसमें नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान हैI दूसरा पेपर क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है.

मुख्य परीक्षा-UPPSC Syllabus 2025

मुख्य परीक्षा में 8 पेपर होते हैं। जैसे-हिंदी, निबंध, जीएस I, जीएस II, जीएस III, जीएस IV, जीएस V और जीएस VI. यह UPPCS मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम है।

सामान्य हिंदी– 150 अंक

  • संक्षेपण।
  • सरकारी एवं अर्धसरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र।
  • शब्द ज्ञान एवं प्रयोग।
  • उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रयोग
  • विलोम शब्द
  • वाक्यांश के लिए एकशब्द
  • वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि
  • लोकोक्ति एवं मुहावरे।

निबंध– 150 अंक

निबंध के प्रश्न पत्र में तीन खंड में होती है उम्मीदवारों को प्रत्येक खंड से एक विषय का चयन करना होता है  और उन्हें प्रत्येक विषय पर 700 शब्दों में एक निबंध लिखना होगा।

खण्ड-1साहित्य एवं संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र
खण्ड-2विज्ञान,पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, कृषि, उद्योग और व्यापार
खण्ड-3 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ, प्राकृतिक आपदाएँ, भूस्खलन, भूकंप, जलप्रलय, सूखा आदि।, राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएँ

सामान्य अध्ययन जीएस पेपर 1-8 

  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं
  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाओं पर, उम्मीदवारों से उनके बारे में जानने की अपेक्षा की जाएगी।
  • भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
  • इतिहास में, भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं की व्यापक समझ पर जोर दिया जाना चाहिए। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में, उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति और चरित्र, राष्ट्रवाद की वृद्धि और स्वतंत्रता की प्राप्ति के बारे में एक संक्षिप्त दृष्टिकोण रखते हैं।
  • भारत और विश्व भूगोल – भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल।
  • विश्व भूगोल में विषय की सामान्य समझ की ही अपेक्षा की जाएगी।
  • भारत के भूगोल पर प्रश्न भारत के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल से संबंधित होंगे।
  • भारतीय राजनीति और शासन
  • संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार के मुद्दे, आदि:- भारतीय राजनीति, अर्थशास्त्र और संस्कृति में, प्रश्न पंचायती राज और सामुदायिक विकास सहित देश की राजनीतिक व्यवस्था के ज्ञान का परीक्षण करेंगे, भारत में आर्थिक नीति की व्यापक विशेषताएं और भारतीय संस्कृति।
  • आर्थिक और सामाजिक विकास
  • सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि: – जनसंख्या, पर्यावरण और शहरीकरण के बीच समस्याओं और संबंधों के बारे में उम्मीदवारों का परीक्षण किया जाएगा।
  • सामान्य विज्ञान
  • सामान्य विज्ञान के प्रश्नों में विज्ञान की सामान्य प्रशंसा और समझ को शामिल किया जाएगा, जिसमें रोजमर्रा के अवलोकन और अनुभव के मामले शामिल हैं, जैसा कि एक शिक्षित व्यक्ति से उम्मीद की जा सकती है, जिसने किसी वैज्ञानिक विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
  • पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे जिन्हें विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। उम्मीदवारों से विषय के बारे में सामान्य जागरूकता की अपेक्षा की जाती है।

साक्षात्कार (मौखिक परीक्षा) 

साक्षात्कार 100 अंकों का होगा। उम्मीदवारों का साक्षात्कार यूपीपीएससी द्वारा नियुक्त बोर्ड द्वारा किया जाता है

कुछ महत्वपूर्ण लिंक

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