दिल्ली पुलिस ड्राइवर में एक सिट होगा आपका- ऐसे करें तैयारी

दिल्ली पुलिस ड्राइवर में एक सिट होगा आपका- ऐसे करें तैयारी

दिल्ली पुलिस ड्राइवर में एक सिट होगा आपका- ऐसे करें तैयारी:-अगर आपका सपना दिल्ली पुलिस में ड्राइवर बनकर देश की सेवा करना है, तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। हर साल दिल्ली पुलिस ड्राइवर भर्ती (Delhi Police Driver Bharti) के तहत हजारों पदों पर आवेदन मंगाए जाते हैं। इस बार भी भर्ती आने की पूरी संभावना है।

तो चलिए जानते हैं — दिल्ली पुलिस ड्राइवर में आपकी सीट कैसे पक्की हो सकती है, पूरी तैयारी रणनीति, सिलेबस, फिजिकल और ड्राइविंग टेस्ट की जानकारी के साथ।

परीक्षा प्रकार: Objective Type (Online CBT)
कुल प्रश्न: 100
कुल अंक: 100
समय: 90 मिनट
नेगेटिव मार्किंग: 0.25 अंक प्रति गलत उत्तर

दिल्ली पुलिस में कास्टेबल (ड्राइवर) के पद पर भर्ती होना कई युवाओं का सपना होता है। यह सिर्फ एक स्थायी सरकारी नौकरी नहीं है, बल्कि समाज की सेवा, सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक भी है। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल (ड्राइवर) की बंपर भर्तियां करने जा रहा है। यदि इसमें नौकरी पाना चाहते है तो आपको योग्यता और शर्तों को पूरा करना पड़ेगा। कर्मचारी चयन आयोग इसके लिए लिखित परीक्षा का आयोजन करता है।

यह परीक्षा दिसंबर 2025 से जनवरी 2026 के बीच देशभर के प्रमुख शहरों में होगी। यह परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती है, जिसमें हजारों उम्मीदवार शामिल होते हैं। इस परीक्षा में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत, स्मार्ट अध्ययन और प्रभावी समय प्रबंधन के संयोजन की आवश्यकता होती है। गणित और तर्कशक्ति विषयों पर फोकस कर आप इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं।

यह भर्ती कुल चार चरणों में होती है। पहले चरण में कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी। इसके बाद सफल अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता और एमटी में भाग लेना होगा। इसके बाद ड्राइविंग ट्रेड टेस्ट होगा, जिसमें अभ्यर्थी की वाहन चलाने की कौशल की जांच की जाएगी। अंतिम चरण में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल टेस्ट का आयोजन होता है। इंटरव्यू नहीं होता है। परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए अलग-अलग पालियों में आयोजित की जा सकती है।

  • इस परीक्षा में कुल 100 प्रश्न होंगे और कुल अंक 100 होंगे। परीक्षा की अवधि 90 मिनट है। परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर पर 0.25 अंक की निगेटिव मार्किंग है। प्रश्न अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों भाषाओं में होंगे। परीक्षा का स्तर दसवीं कक्षा के समान होगा।
  • परीक्षा चार मुख्य भागों में बंटी होगी। पहले भाग में सामान्य जागरूकता के 20 प्रश्न होंगे, जिनका कुल अंक 20 है। दूसरा भाग सामान्य बुद्धिमत्ता तथा तर्कशक्ति से संबंधित 20 प्रश्न होंगे, जिनका कुल अंक 20 होगा।
    • तीसरे भाग में संख्यात्मक योग्यता से संबंधित 10 जिनका कुल अंक 10 होगा। चौथे और सक्ने महत्वपूर्ण भाग में रोड सेस, वाहन रखरखाव, ट्रैफिक नियम, बाहन प्रदूषण आदि विषयों से 50 प्रश्न होंगे, जिनका कुल अंक 50 होगा।

मुख्य रूप से ग्रामर, वाक्य सुधार, शब्दावली, क्लॉज और पढ़ने की समझ के प्रश्न आएंगे। और उपयोग करें। ग्रामर के बेसिक नियम जैसे वाक्य संरचना, काल, वचन अभ्यास करें। छोटे पैसज पढ़कर समझ विकसित करें। पुराने परीक्षा प्रश्न पत्र हल करें।

प्रतिशत, औसत, अनुपात, लाभ-हानि, समय और दूरी, संयुक्त कार्य, सम्मिश्रण, संख्या प्रणाली जैसे टॉपिक्स शामिल हैं।

  • टिप्सः
    • सभी फॉर्मूले याद करें।
    • रोजाना कम से कम 50 प्रश्न हल करने की आदत डालें।
    • समय प्रबंधन पर ध्यान दें।
    • कमजोर विषयों का विशेष अभ्यास करें।

इतिहास, भूगोल, विज्ञान, भारतीय संविधान, अर्थव्यवस्था, खेल और समसामयिक घटनाएं शामिल हैं।

  • टिप्सः
    • नियमित रूप से अखबार और करंट अफेयर्स पढ़ें।
    • महत्वपूर्णतिथियों और स्थानों को नोट करें।
    • वैज्ञानिक तथ्यों और आर्थिक नीतियों को समझे।
    • पिछले प्रश्नपत्र हल करें।
    • सामान्य ज्ञान की किताबें पढ़ें।

विभिन्न प्रकार के तर्कशक्ति, कोडिंग-डिकोडिंग, एनालॉजी, दिशा-निर्देश सम्बन्धी प्रश्न होते हैं।

  • टिप्सः
    • रोजाना लॉजिक के प्रश्न हल करें।
    • मानसिक गणना और तर्कशक्ति अभ्यास करें।
    • पैटर्न पहचानने की क्षमता विकसित करें।
    • समय सीमा में प्रश्न हल करने का अभ्यास करें।
    • मॉक टेस्ट जरूर दें।

यह भाग ट्रैफिक नियम, वाहन रखरखाव, प्रदूषण नियंत्रण आदि से संबंधित है।

  • टिप्सः
    • नवीनतम ट्रैफिक नियमों को समझें।
    • वाहन की साफ-सफाई व नियमित सर्विस सीखें।
    • प्रदूषण से चचाव के उपाय जानें।
    • वाहन के विभिन्न हिस्सों का सामान्य ज्ञान हासिल करें।
    • प्रैक्टिकल वीडियो देखकर ड्राइविंग नियमों को समझें।

इसमें 1600 मीटर की दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद शामिल हैं, जो पुरुष अभ्यर्थियों के लिए निधारित मानकों पर आधारित है। आयु आधारित दौड के लिए समय सीमा होती है। प्रतिभागियों का कद और छाती भी मापा जाता है। यह चरण दिल्ली में ही आयोजित होता है।

इस चरण में उम्मीदवारों की ड्राइविंग कौशल की परीक्षा होती है। इसमें वाहन को आगे-पिछे चलाना, पार्किंग करते समय चालकों के कौशल को आंका जाता है। इसके अलावा ट्रैफिक नियमों तथा वाहन रखरखाव का भी ज्ञान जांचा जाता है। यह टेस्ट भी क्वालिफाइंग नेचर का होता है।

पीईएमटी और ट्रेड टेस्ट सफल होने पर दस्तावेज सत्यापन किया जाता है। इसके पश्चात मेडिकल जांच होती है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों की मेरिट के आधार पर अंतिम चयन किया जाता है और नियुक्ति पत्र जारी होता है।

परीक्षा को पास करने के लिए एक परफेक्ट प्लान के साथ-साथ उसको फॉलो करने की भी जरूरत है। पढ़ने की आदत विकसित करें। एडिटोरियल समाचार पत्रों आदि में फीचर स्टोरीज, ओपिनियन पीस जैसी टॉपिक्स पढ़ सकते हैं। इससे आपको अपनी अंग्रेजी को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय स्तर और दुनिया भर में होने वाली घटनाओं के बारे में भी जानकारी मिलती रहेगी। कंप्यूटर स्क्रीन पर पढ़ने का अभ्यास करें, ताकि अंतिम परीक्षा में आपको स्क्रीन पर पढ़ना मुश्किल न लगे।

परीक्षा की तैयारी में कोई कमी ना रखने के लिए पिछले साल के प्रश्न पत्रों को हल करने की जरूरत है। विगत वर्षों के प्रश्न को हल करने से आपका स्पीड भी बढ़िया हो जाएगा। इसके साथ ही तैयारी के वक्त मॉक टेस्ट लेते रहना चाहिए। इसके अलावा, अपने टाइम मैनेजमेंट पर काम करें। देखें कि आप आवंटित समय के भीतर अपना मॉक टेस्ट पूरा करने में सक्षम हैं या नहीं। यदि नहीं, तो अपने प्रश्न हल करने की गति में सुधार करें।

तैयारी को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए अधिक से अधिक रिवीजन करें। अध्ययन करते समय उन विषयों के प्रश्नों के नोट्स बनाएं, जो सबसे अधिक बार पूछे जाते हैं। उन विषयों के प्रश्नों को अच्छी तरह से पढ़ लें। समय-समय पर रिवीजन करते रहें ताकि आप उन्हें अच्छी से जान सकें। लगातार प्रैक्टिस करना और रिवीजन करते रहना चाहिए। यह आपके लक्ष्य को प्राप्त करने में आपकी मदद करेंगे। जितना अधिक आप अभ्यास करेंगे, उतनी ही आपकी स्पीड और क्षमता बढ़ेगी।

दिल्ली पुलिस ड्राइवर भर्ती के लिए सभी उम्मीदवारों को शारीरिक रूप से फिट और स्वस्थ रखने की आवश्यकता होती है। इसके लिए उम्मीदवार रोजाना दौड़, स्ट्रेचिंग और व्यायाम करना होता है। इससे शरीर मजबूत और लचीला बना रहता है। साथ ही, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद भी फिटनेस बनाए रखने में मदद करती है।

बेहतर तैयारी के लिए खुद को प्रेरित करते रहने की आवश्यकता है। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आपको लगे कि आप पढ़ाई से ऊब सकते हैं। ऐसे समय में केंद्रित रहें और छोड़ें नहीं। शांत रहें और तैयारी करते रहें। ऐसे समय में मनोबल बनाए रखना और केंद्रित रहना सफलता की कुंजी है। अपने लक्ष्य को बार-बार याद करें, वर्दी पहनने का गौरव और समाज की सेवा। छोटी-छोटी उपलब्धियों

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