बिहार द्वितीय इंटर स्तरीय परीक्षा में एक सीट आपका होगा- बस इतना पढ लो:-बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) द्वारा आयोजित द्वितीय इंटर स्तरीय परीक्षा 2025 बिहार के लाखों युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए है जिन्होंने 12वीं (इंटरमीडिएट) पास कर ली है और सरकारी नौकरी का सपना देखते हैं।
इस परीक्षा में प्रतियोगिता कड़ी है, लेकिन अगर आप सही रणनीति, नियमित अध्ययन और सकारात्मक सोच के साथ मेहनत करें, तो “एक सीट आपका होगा – बस इतना पढ़ लो!”
बिहार इंटर स्तरीय परीक्षा 2025 का संक्षिप्त परिचय
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| परीक्षा का नाम | बिहार द्वितीय इंटर स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2025 |
| आयोजित करने वाली संस्था | बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) |
| योग्यता | इंटर (12वीं) पास |
| पदों की संख्या | लगभग 11,000+ (अपेक्षित) |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
| चयन प्रक्रिया | प्रीलिम्स + मेन्स + दस्तावेज सत्यापन |
| परीक्षा प्रकार | वस्तुनिष्ठ (Objective Type) |
| आधिकारिक वेबसाइट | https://bssc.bihar.gov.in |
गणित और रीजनिंग के प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें
बिहार में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे 12वीं पास युवाओं के पास सुनहरा अवसर है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग क्लर्क समेत 23175 पदों पर बंपर भर्तियां करने जा रहा है। इस भर्ती के लिए द्वितीय इंटर स्तरीय संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में सफलता मात्र तथ्यों को याद रखने से नहीं मिलती है, इसमें आपके आसपास के वातावरण, समाज के प्रति आपकी समझ और समस्याओं को हल करने की आपकी योग्यता को परखा जाता है। अभ्यर्थी सामान्य ज्ञान के साथ गणित और रीजनिंग विषयों पर फोकस कर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सिलेबस तीन खंडों में बांटा गया है।
- खंड (क) सामान्य अध्ययनः-
- यह खंड आपके आस-पास के वातावरण और समाज में उनके अनुप्रयोगों के संबंध में आपकी सामान्य जागरूकता और योग्यता का परीक्षण करेगा।
- खंड (ख) सामान्य विज्ञान एवं गणितः-
- यह सखंड मैट्रिक स्तर के सामान्य विज्ञान और गणित पर केंद्रित है।
- खंड (ग) मानसिक क्षमता जांच:-
- यह खंड आपकी तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमता का मूल्यांकन करेगा।
खंड (क) सामान्य अध्ययन की तैयारी
यह खंड सबसे व्यापक है और इसमें समसामयिक विषय, भारत का इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, और बिहार तथा पड़ोसी देशों से संबंधित जानकारी पूछी जाती है। यह भाग आपकी जागरुकता की योग्यता की जांच करता है।
समसामयिक विषय
- एक या दो प्रतिष्ठित समाचार पत्र नियमित रूप से पढ़ें।
- वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, महत्वपूर्ण घटनाएं, नई पुस्तकें और लेखक, प्रमुख खेल-खिलाड़ी, और नई मुद्रा/राजधानियों से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को एक अलग नोटबुक में संक्षिप्त रूप में लिखें।
- किसी अच्छी मासिक करंट अफेयर्स पत्रिका को पढ़ें और अपनी दैनिक नोट्स के साथ उनका मिलान करें।
- केंद्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं, विशेष रूप से सामाजिक और आर्थिक विकास से जुड़ी योजनाओं पर विशेष ध्यान दें।
भारत और उसके पड़ोसी देश
- इतिहास और संस्कृतिः-
- प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत के इतिहास के महत्वपूर्ण कालखंडों, घटनाओं (जैसे स्वतंत्रता आंदोलन), और प्रमुख व्यक्तित्वों को पड़े। भारतीय संस्कृति के मुख्य पालुओं (कला, साहित्य, धर्म) पर ध्यान दें।
- स्वतंत्रता आंदोलन और बिहार का योगदानः-
- ‘राष्ट्रीय आंदोलन में बिहार का योगदान’ एक विशेष उप-विषय है। इस पर अतिरिक्त सामग्री पढ़ें। बिहार के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों और महत्वपूर्ण आंदोलनों को ध्यान से पढ़ें।
- भूगोल और प्राकृतिक संसाधनः-
- भारत का भौतिक भूगोल (नदियां, पहाड़, जलवायु, मिट्टी, बन) और प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएं (खनिज, कृषि) का अध्ययन करें। पड़ोसी देशों के साथ भारत के भौगोलिक और राजनीतिक संबंध भी देखें।
- संविधान और राजव्यवस्थाः-
- भारत का संविधान (प्रमुख भाग, अनुच्छेद, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, प्रस्तावना) और भारत की राजनीतिक प्रणाली (कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका) की मूल बातें समझे। पंचायती राज और सामुदायिक विकास जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दे।
- अर्थव्यवस्थाः-
- पंचवर्षीय योजनाएं (विशेष रूप से उनके उद्देश्य और सफलता), भारतीय कृषि, और अर्थव्यवस्था की सामान्य विशेषताओं का अध्ययन करें।
खंड (ख) सामान्य विज्ञान एवं गणित की तैयारी
यह खंड मैट्रिक (10वीं) स्तर के आधार पर है, इसलिए आपको अपनी बुनियादी समझ को मजबूत करना होगा।
सामान्य विज्ञान
- भौतिक विज्ञानः-
- गति, चल, कार्य, ऊर्जा, शक्ति, प्रकाश, ध्वनि, विद्युत धारा, चुंवकत्व आदि के मूलभूत सिद्धांतों को समाझे। सूत्रों और उनके अनुप्रयोगों का अभ्यास करें।
- रसायन विज्ञान:-
- रासायनिक अभिक्रियाएं, अम्ल-क्षार-लवण, परमाणु संरचना, आवर्त सारणी, कार्बन और उसके यौगिक, दैनिक जीवन में रसायन आदि के बुनियादी सिद्धांतों पर ध्यान दें।
- जीव विज्ञान:-
- मानव शरीर के तंत्र (पाचन, श्वसन, परिसंचरण), कोशिका, आनुवंशिकता, पादप जगत, रोग और पोषण जैसे विषयों पर ध्यान दें।
- पर्यावरण और भूगोल भूगोल के तहत पर्यावरण से संबंधित सामान्य ज्ञान (पारिस्थितिकी, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के बुनियादी तथ्य) भी महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
गणित
- संख्या पद्धति और मौलिक अंक गणितीय संक्रियाएं:-
- संख्या प्रणाली के नियम, भिन्न, दशमलव, और मूलभूत जोड़, घटाव, गुणा, भाग का अभ्यास करें।
- प्रतिशत, अनुपात तथा समानुपातः-
- ये दोनों विषय अंकगणित की रीढ़ हैं। इन पर आधारित प्रश्नों को हल करने की तेज और सटीक विधियों को सीखें।
- औसत, ब्याज, एवं लाभ और हानिः-
- इन विषयों से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करें, विशेष रूप से साधारण व्याज और चक्रवृद्धि ब्याज के बीच के अंतर को समझे।
- संबंध और अवकलन:-
- ‘संख्या पद्धति से संबंधित प्रश्न, पूर्ण संख्याओं का अभिकलन, दशमलव और भिन्न संख्याओं के चीच परस्पर संबंध’ जैसे उप-विषयों पर विशेष ध्यान दें। यहां पर जटिल गणितीय अवकलन की अपेक्षा सरल गणितीय संक्रियाओं पर आधारित प्रश्न पूछे जाने की संभावना अधिक है।
खंड (ग) मानसिक क्षमता जांच
यह खंड आपकी तार्किक और समस्या समाधान क्षमताओं का परीक्षण करता है। इसमें शाब्दिक और गैर-शाब्दिक दोनों प्रकार के प्रश्न शामिल होते हैं।
- शाब्दिकतर्कशक्तिः-
- सादृश्य, समानता एवं भिन्नता। इसमें शब्दों के बीच के संबंध की पहचानना होता है। इसलिए इसका अन्यास बहुत जरूरी है। जितना ज्यादा अभ्यास फतीने उतना ही इसके पैटर्न को समझ आसान होगा।
- समस्या समाधान, निर्णय लेनाः-
- परिस्थितियों पर आधारित तार्किक प्रश्न होते हैं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए थोड़ा सा ध्यान लागाकर पड़े और उसके पैटर्न को समझने की कोशिश करें। यह एक बार समझ में आ जाए तो बहुत आसान सेक्शन है।
- संबंध अवधारणा:-
- रक संबंध से जुड़े प्रश्नों का अभ्यास करें। इस प्रश्नों को हल करने का पैटर्न अवश्य सीख लें।
- अंक गणितीय तर्कशक्ति:-
- गणितीय संक्रियाओं पर आधारित तार्किक प्रश्न पूछे जाएंगे।
- कूट लेखन एवं कूट वाचन:-
- अक्षा या संख्या कोड को समझाना और लागू करने से संबंधित प्राप्त होंगे।
- गैर-शाब्दिक तर्कशक्ति:-
- स्थान विजुअलाइजेशन, दृश्य स्मृति आकृतियों को मानसिक रूप से घुमाने दर्पण छपि, जल छवि आदि से संबंधित प्रश्न होगे।
- अवलोकन, विभेद:-
- आकृतियों या पेटनों में छोटे अंतरों को पहमानना होगा।
- गैर-शाब्दिक श्रृंखला:-
- आकृतियों की श्रृंखला में अगली आकृति को पहचाने वाले प्रश्न नि।
- अभ्यासः-
- इस खंड के लिए कोई विशेष पुस्तक पढ़ने को आवश्यकता नहीं है, बल्कि एक अच्छी ‘राजनिंग’ अभ्यास पुस्तक से प्रतिदिन 1-2 घंटे विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करें। समय के साथ गति और सटीकता में सुधार होगा।
इन बातों का ध्यान रखें
तैयारी शुरू करने से पहले, एक संरचित और अनुशासित दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है।
सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझ
क खंड की अनिवार्यता और प्रानी के प्रकार को समझी। चूंकि यह सिलेबस विस्तृत है, इसलिए आपको प्रतीक उप-विषय को पर्याप्त समय देना होगा।
समय-सारणी (टाइम टेबल) बनाएं
अपने दैनिक और साप्ताहिक लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए एक वादी समय-सारणी बनाए। कमजोर विषयक अधिक समय दें, लेकिन मजबूत विषयों का नियमित रूप से अभ्यास करना न भूদুর।
बुनियादी जानकारी और संदर्भ सामग्री जुटाएं
प्रत्येक विषय के लिए उपयुक्त पाठ्यपुस्तके नोट्स और अध्ययन सामी (जैसे एनसीईआरटी पुस्तके। एकत्र करें।
नियमित अभयास और दोहराव
जो कुछ भी आपने पढ़ा है. उसे नियमित रूप से दोहराना आवश्यक है। अभाइना प्रानी, मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र की हल करने को अपनी दिनदयों का हिस्सा बनाएं।
स्वास्थ्य का ध्यान रखें
दाई के दौरान पयांत नींद में पेण्टिक भोजन करें और छोटे बैंकले ताकि आपकी एकसाता बनी रहे।
पिछले वर्षों के प्राप्न पत्र
परीक्षा के रुझान और कठिनाई के स्तर को समझाने के लिए कम से कम पिछले वर्षों के प्रान पत्री को हल करें। इससे आपकी जड़ चलेगा कि किन क्षेत्री से अधिक प्रान पूछे जाते हैं।
मॉक टेस्ट
तैयारी पूरी होने के बाद परीक्षा जैसी समय सीमा में नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें। इससे समा प्रबंधन कौशल विकसित होगा और परीक्षा के दबाव को झेलने की आदत पड़ेगी।
लघु नोट्स बनाएं
दोहराव के लिए प्रत्येक विषय के महत्वपूर्ण सुर, तिकिया, नाम और परिभाषाओं के छो महिया नोट्स या पलैशकाहर्स बनाएं।
कमजोरियों पर काम करें
मॉक टेस्ट और नियमित अभइस के दौरान अपनी गलतियों का विश्लेषण करें और उन विषयों की प्राथमिकता दें जहां आपको सबसे अधिक कठिनाई हो सही है।
निष्कर्ष (Conclusion)
बिहार द्वितीय इंटर स्तरीय परीक्षा 2025 में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत, समय का प्रबंधन और निरंतर अभ्यास ही आपकी कुंजी है।
सरकारी नौकरी का सपना सिर्फ उन्हीं का पूरा होता है जो आख़िरी तक डटे रहते हैं।
इसलिए आज से ही ठान लीजिए —
“बस इतना पढ़ लूंगा कि एक सीट मेरा होगा!”
महत्वपूर्ण लिंक
| BSSC 2nd inter Level Recruitment | आवेदन शुरू |
| ARATTAI Group Join | CLICK HERE |
| Whatsapp Group Join | CLICK HERE |
| TELEGRAM | join |
| YOUTUBE | SUBSCRIBE |



