अब बीएड एक साल करें | बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए नया रूल- यहाँ से देखें

अब बीएड एक साल करें | बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए नया रूल- यहाँ से देखें

अब बीएड एक साल करें | बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए नया रूल- काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) बीएड में दाखिले के लिए पूरे देश में एक प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। यह प्रस्ताव नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को दी सकती है। यदि प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो अगले वर्ष से यह प्रभावी हो सकता है।

पिछले दिनों एनसीटीई की गवर्निंग बॉडी की हुई बैठक में एकीकृत प्रवेश परीक्षा का प्रस्ताव लाया गया था। अबतक बीएड की प्रवेश परीक्षा राज्यों के विश्वविद्यालय आयोजित कराते हैं। बिहार में कई साल से बीएड की प्रवेश परीक्षा मिथिला विवि आयोजित करा रहा है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा के अलावा चार वर्षीय स्नातक और पीजी के बाद शुरू होने वाले एक वर्ष के बीएड के लिए भी प्रवेश परीक्षा होगी। एनसीटीई से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गवर्निंग बॉडी की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई है। यह परीक्षा अप्रैल-मई में हो सकती है।

एमडीडीएम कॉलेज की बीएड की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. मौसमी चौधरी का कहना है कि एनसीटीई नई शिक्षा नीति के तहत बीएड की प्रवेश परीक्षा लेने की तैयारी कर रहा है। दो वर्षीय बीएड के अलावा चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड की प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी भी एनटीए को ही सौंपने पर विचार चल रहा है। बिहार में चार वर्षीय बीएड की पढ़ाई चार कॉलेजों में होती है। ये चारों कॉलेज बीआरएबीयू में आते हैं। इस वर्ष चार वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी भी बीआरएबीयू को दी गई थी। चार वर्षीय बीएड में 400 सीटों पर दाखिला होता है।

दस वर्षों के बाद एकबार फिर से बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। एक वर्षीय बीएड कोर्स की शुरुआत फिर से होगी। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने एक वर्षीय बीएड कोर्स को मंजूरी प्रदान कर दी है। एनसीटीई की बैठक में एक वर्षीय बीएड सहित टीचिंग कोर्स को लेकर कई निर्णय लिए गए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुसार कुछ नई शर्तों के साथ इसे दोबारा से शुरू किया जाएगा। 2014 में एक वर्षीय बीएड कोर्स को बंद कर दिया गया था।

2025 से एक साल में ही बीएड पूरा कर सकेंगे। एक साल का बीएड कोर्स वैसे छात्र-छात्राएं कर पायेंगे, जिन्होंने या तो चार साल की स्नातक की होगी या फिर स्नातकोत्तर के बाद वे इस कोर्स के लिए योग्य होंगे। एनसीटीई की बीते शनिवार को हुई गवर्निंग बॉडी की बैठक में एक साल की बीएड समेत टीचिंग कोर्स को लेकर और भी कई बड़े फैसले लिये गये हैं। गवर्निंग बॉडी के नये रेगुलेशंस-2025 लाने की भी मंजूरी दी गयी है। ये नये रेगुलेशन 2014 के रेगुलेशंस की जगह लेंगे। 2015 में इस कोर्स के आखिरी बैच की पढ़ाई समाप्त हो गयी थी।

एनसीटीई की ओर से जारी आंकाड़ों के मुताबिक चार साल का इंटीग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) अभी भारत के 64 शिक्षा संस्थानों में चल रहा है। बिहार में चार शैक्षिणक संस्थानों में चार वर्षीय बीएड कोर्स की पढ़ाई होती है। जहां पर छात्र अपनी पसंद के विषय में बीएड करते हैं। अब आईटीईपी योगा एजुकेशन, आईटीईपी शारीरिक शिक्षा, आईटीईपी संस्कृत, आईटीईपी परफॉर्मिंग आर्ट एजुकेशन जैसे स्पेशलाइज्ड स्ट्रीम्स जोड़े जायेंगे। आईटीईपी एक चार वर्षीय दोहरी समग्र स्नातक डिग्री (डुअल इंटीग्रेटेड ग्रेजुएशन डिग्री) है, जो अभी बीए- बीएड, बीकॉम- बीएड और बीएससी-बीएड में दी जाती है। प्रो. खगेन्द्र कुमार ने बताया कि दो वर्षीय कोर्स बंद हो जाएगा।

पटना विवि के प्रो. खगेन्द्र कुमार ने बताया कि बिहार में करीब साढ़े तीन सौ बीएड कॉलेज संचालित हो रहे हैं। दो वर्षीय बीएड में छात्रों को डेढ़ से दो लाख रुपये फीस देनी पड़ती है। एक वर्ष का बीएड होने पर छात्रों की फीस कम होगी। सरकारी कॉलेजों की फीस कम है।

एनसीटीइ ने अगले साल से 4 वर्षीय बीए बीएड व बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला किया है। इसके स्थान पर नया एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम लागू हो गया है। एनसीटीई ने 2024 से दो वर्षीय बीएड कोर्स की मान्यता देना बंद कर दिया है। दो वर्षीय बीएड 2030 तक समाप्त हो जाएगा।

YOUTUBESUBSCRIBE
TELEGRAMjoin
Whatsapp Group JoinCLICK HERE

Latest Jobs

SOME USEFUL IMPORTANT LINKS

YOUTUBESUBSCRIBE
TELEGRAMjoin
Whatsapp Group JoinCLICK HERE

Latest Jobs

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top