ट्रैफिक चलान में हुआ बदलाव | कोई भी नियम तोड़ने पर होगा बस इतने का फाइन

ट्रैफिक चलान में हुआ बदलाव | कोई भी नियम तोड़ने पर होगा बस इतने का फाइन

ट्रैफिक चलान में हुआ बदलाव | कोई भी नियम तोड़ने पर होगा बस इतने का फाइन:-ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर वाहन चालकों के मोबाइल पर चालान भेजा जाता है। लेकिन चालान जमा करने की ऑनलाइन प्रक्रिया काफी जटिल है। न तो यूपीआई की सुविधा है और न ही स्कैनर की। जबकि देशभर के निजी और सरकारी विभागों में यूपीआई से पेमेंट करने की सुविधा बहाल कर दी गई है। लेकिन परिवहन विभाग अपने पुराने फॉमूलें पर ही चल रहा है।

रोजाना ढाई से तीन हजार वाहनों के मालिकों को चालान भेजा जाता है। एसबीआई, सेंट्रल बैंक, यूनियन बैंक, पीएनबी और केनरा बैंक की नेटबैकिंग से ही फाइन देने का विकल्प है। इन पांच बैंकों की नेटबैंकिंग की सुविधा सबके पास नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कैश जमा करने के लिए रोजाना ट्रैफिक एसपी कार्यालय में 200-300 लोगों की भीड़ जमा होती है। हर दिन करीब 3 लाख की राशि जमा हो रही है।

यदि इंटरनेट की स्पीड धीमी रही तो चालान का फाइन नकद रूप में देने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। ट्रैफिक एसपी कार्यालय में फाइन जमा करने आए कंकड़बाग के अजीत कुमार, जक्कनपुर के राजेश कुमार आदि ने बताया कि हमलोगों के पास इन पांच बैंकों की नेटबैंकिंग नहीं है, इसलिए कैश जमा करने आए हैं।

इन लोगों ने बताया कि परिवहन विभाग ने यूपीआई से चालान जमा करने की सुविधा नहीं दी है। इसलिए बहुत परेशानी हो रही है। विभाग को चाहिए कि ट्रैफिक थाना या अन्य अहम सार्वजनिक स्थानों पर स्कैनर लगा दे जिससे चालान का फाइन जमा करने में आसानी हो जाए।

चालान जमा नहीं होने पर गाड़ी का प्रदूषण अपडेट नहीं हो पाता है। वाहन का इंश्योरेंस नहीं हो पाता है। वाहन मालिक का ड्राइविंग लाइसेंस और ऑनर बुक अपडेट नहीं होता है।

  • बिना हेलमेट- 1 हजार
  • बिना सीट बेल्ट- 1 हजार
  • प्रदूषण टू व्हीलर 1 हजार
  • प्रदूषण श्री व्हीलर- डेढ़ हजार
  • प्रदूषण मीडियम वाहन 2 हजार
  • प्रदूषण हेवी वाहन 5 हजार
  • बिना लाइसेंस 5 हजार
  • रेड लाइट टू व्हीलर एक हजार
  • रेड लाइट श्री व्हीलर 2 हजार
  • रेड लाइट फोर व्हीलर 3 हजार
  • रेड लाइट मीडियम वाहन- 4 हजार
  • रेड लाइट हेवी वाहन- 5 हजार
  • ओवर स्पीड 2 हजार
  • वाहन चलाने के दौरान मोबाइल से बात 5 हजार

1 यूपीआई से • चालान जमा करने की सुविधा हो
2 ट्रैफिक एसपी • कार्यालय और अन्य स्थानों पर स्कैनर लगे

ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि अभी पांच बैंकों की नेटबैकिंग से चालान ऑनलाइन जमा हो रहा है। यह सही है कि सबों के पास इन पांच बैंकों की नेटबैकिंग नहीं है। यूपीआई से चालान जमा करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। विभाग को स्कैनर लगाने का भी प्रस्ताव भेजा जाएगा। अनुमति मिलने के बाद स्कैनर भी लगा दिया जाएगा।

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