स्नातक पार्ट-1 नामांकन | बिहार यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए 10 जून तक करें आवेदन

स्नातक पार्ट-1 नामांकन | बिहार यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए 10 जून तक करें आवेदन

स्नातक पार्ट-1 नामांकन | बिहार यूनिवर्सिटी में नामांकन के लिए 10 जून तक करें आवेदन:-बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में वोकेशनल कोर्स के एडमिशन का शेड्यूल बदलेगा। पहली बार सेंट्रलाइज्ड सिस्टम लागू किया गया है। विश्वविद्यालय के पीजी विभाग और कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स में प्रवेश परीक्षा के आधार पर मेरिट बनाकर एडमिशन लिया जाना है।

ऑनलाइन आवेदन के लिए शुक्रवार तक का समय दिया गया है। देर शाम तक कुल सीट के करीब आधे आवेदन ही आए थे। इसके चलते कई कॉलेजों ने विवि प्रशासन से आवेदन की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया है। विश्वविद्यालय की ओर से 30 मई तक आवेदन का समय दिया गया था। 5 जून को प्रवेश परीक्षा होनी थी, जबकि 15 जून से मेरिट के आधार पर कॉलेज आवंटित कर एडमिशन की प्रक्रिया शुरू करनी थी। लेकिन, कॉलेजों की ओर से तिथि बढ़ाने के लिए दिए गए आवेदन के आधार पर सीसीडीसी कार्यालय से प्रस्ताव तैयार किया गया है।

कम समय मिलने के कारण बड़ी संख्या में विद्यार्थी आवेदन नहीं कर सके हैं। आवेदन का पैटर्न भी बदला है। इस कारण छूटे हुए विद्यार्थियों को मौका देने के लिए तिथि विस्तारित करने की मांग की गई है। कई कोर्स के लिए कुल सीटों का 10 फीसदी आवेदन भी नहीं आया है। इस कोर्स का संचालन सेल्फ फाइनेंस मोड में होता है। ऐसे में कम नामांकन होने पर कक्षाओं के संचालन पर भी संकट हो सकता है। इसको देखते हुए आवेदन के लिए 10 दिनों का समय और की मांग की है।

  • बीबीए-500,
  • बीसीए- 1195, टीडीसी बायोटेक-77,
  • बीलिस-294,
  • बीएमसी- 6 टीडीसी, सीएनडी-28,
  • टीडीसी आईएफएफ- 43, टीडीसी आईएमबी- 49,
  • टीडीसी इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री- 7, एमएससी फिश एंड फिशरीज- 44,
  • एमबीए-53, एमसीए- 111, पीजीडीसीए-206,
  • पीजीडीवाईएस-781
  • कुल: 2691

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक सत्र 2025-29 के लिए आवेदन की तिथि 10 जून तक बढ़ा दी है। ऐसे में अब जून के दूसरे पखवारे में ही विश्वविद्यालय की ओर से मेरिट लिस्ट जारी कर एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। जून के पहले सप्ताह में एडमिशन प्रक्रिया शुरू करनी थी, लेकिन अबतक बिहार बोर्ड या सीबीएसई की इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को मार्कशीट नहीं मिली है। एडमिशन के समय कॉलेज में मार्कशीट जमा करनी होगी। दूसरी ओर तीन साल में सबसे कम आवेदन आने के कारण भी तिथि विस्तारित की गई है। 30 मई को आवेदन की अंतिम तिथि थी, जबकि डेढ़ लाख तक आवेदन भी नहीं आए हैं।

स्नातक सत्र 2025-29 में मेरिट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इंटरमीडिएट में मिले मार्क्स के आधार पर विश्वविद्यालय की ओर से मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। ऐसे में एडमिशन के समय मार्कशीट की जांच अनिवार्य होगी, ताकि अभ्यर्थी की ओर से आवेदन के समय दिए गए मार्क्स की पुष्टि की जा सके। विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि जून के पहले सप्ताह में मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाए, तब भी एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने में तकनीकी दिक्कत होगी। बिहार बोर्ड ने मार्कशीट सभी जिलों को भेज दिया है, लेकिन छात्रों को वितरित नहीं किया जा सका है।

4 वर्षीय स्नातक कोर्स लागू होने के बाद पिछले दो सत्र में डेढ़ लाख से अधिक एडमिशन हुआ था, जबकि इस साल उतना आवेदन भी नहीं आया है। डीएसडब्ल्यू प्रो. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि स्नातक में आवेदन के लिए 10 जून तक तिथि विस्तारित की जा रही है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद मेरिट लिस्ट तैयार कर एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों को कॉलेज आवंटित किया जाएगा।

विश्वविद्यालय की ओर से एडमिशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की कवायद की जा रही है, जबकि कॉलेजों में स्पॉट एडमिशन के नाम पर खेल चल रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारी भी यह बात स्वीकार करते हैं। विश्वविद्यालय स्तर से मेरिट लिस्ट जारी करके एडमिशन कराया जाता है। इसके बाद कॉलेजों की ओर से स्पॉट एडमिशन के लिए दबाव बनाया जाता है। इसके लिए सप्ताह भर का समय मिलता है और अचानक 20 से 30 हजार तक एडमिशन बढ़ जाता है। बताते हैं कि कई कॉलेज पहले से ही छात्रों की सेटिंग करके आवेदन अपने यहां जमा करा लेते हैं। जैसे ही स्पॉट एडमिशन के लिए पोर्टल खुलता है, आवेदन अपलोड कराकर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं।

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